भोपाल – अब दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नाव का नहीं विशेष क्रेनों का होगा इस्तेमाल, प्रशासन हुआ सख़्त

भोपाल – मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गणेश विसर्जन के दौरान एक नाव पलट जाने से एक बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में 11 लोगो की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस अफसरों की संयुक्त की बैठक हुई। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। बता दे कि खटलापुरा घाट के हादसे के बाद प्रशासन ने अगले महीने होने वाले दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए सख्त कदम उठाए हैं। 

शनिवार को हुई इस बैठक में इस बात का फैसला लिया गया की नावों से होने वाले विसर्जन पर पूरी तरह रोक लगेगी। खटलापुरा सहित कुछ अन्य घाटों पर विसर्जन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसके अलावा दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष क्रेनों का इंतजाम किया जाएगा। मुंबई और हैदराबाद की तर्ज पर इन क्रेनों में प्लेटफार्म लगे होंगे और विसर्जन के लिए श्रद्धालुओं को तालाब के भीतर नहीं जाने दिया जाएगा। क्रेन ऑपरेटर की सहायता के लिए प्रशिक्षित गोताखोर तैनात रहेंगे।

इसके अलावा आयोजन समितियों को प्रतिमा स्थापना से पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके साथ ही उन्हें प्रतिमा का आकार और विसर्जन का दिन व समय भी बताना होगा। 

मालूम हो कि मुख्य सचिव एसआर मोहंती और पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने कलेक्टर तरुण पिथोड़े, निगमायुक्त बी विजय दत्ता और डीआईजी इरशाद वली से बात की और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने को कहा हैं। 

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