भारत बंद: नए कृषि कानून के विरोध में इन राज्यों में दिखा भारत बंद का असर !
भारत बंद: नए कृषि कानून के विरोध में इन राज्यों में दिखा भारत बंद का असर !
नई दिल्ली/राजकमल पांडे। तीनों नए कृषि कानून के विरूद्ध आज 8 दिसम्बर को भारत का आह्वान किसानों ने किया था। जिसमें पंजाब, हरियाणा छत्तीसगढ़ में भारत बंद का असर रहा. ओडिश, प. बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश में ट्रेन रोकी गई वहीं बिहार में उग्र प्रदर्शन भी हुए। उत्तर से दक्षिण तक हाईवे बंद रहीं, और शहरों में विरोध और प्रदर्शन होते रहे हैं। हालांकि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नए कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन का ज्यादा असर देखने को नही मिला. जिला प्रशासन और पुलिस सुबह से ही मोर्चा संभाले हुए थे। पूरे शहर में 3500 से अधिक पुलिस बल को तैनात किया गया था। तो वहीं इंदौर में सुबह से ही आवाजाही सामान्य रूप से ही चलते रहे हैं।
छग सीएम ने किया प्रेस वार्ता
छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज 8 दिसम्बर को प्रेस वार्ता कर बताया की इस तीनों नए कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं इसे केन्द्र सरकार को वापस लेना चाहिए। और केन्द्र में बिना किसी से चर्चा के कृषि कानून बिल बनाया गया है, इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। छग सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केन्द्र सरकार सभी फसलों पर एमएसपी लागू।
जानकारी मुताबिक छग में नए कृषि कानून के विरोध में भारत बंद का असर दिखा है, जहां किसानों के साथ कांग्रेस सहित 20 अन्य दलों ने भी अपना समर्थन दिया है।
केन्द्र को केरल सरकार की चुनौती
केरल सरकार केन्द्र के तीनों नए कृषि कानून को अपने राज्य में लागू न करने की बात कह रही है व साथ ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में भी है। केरल सरकार ने इसी हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानूनों की चुनौती देने का फैसला लिया है।
गुना में भारत बंद की रैली दुकानदार से मारपीट
गुना में भारत बंद के तहत निकली जा रही रैली में जब किसानों ने एक दुकानदार से दुकान बंद करने की अपील की तो दुकानदार और आन्दोलन कारियों के बीच बात मारपीट तक पहुँच गई थी, मौके पर पुलिस रही इसलिए बात ज्यादा आगे न बढ न सकी|
मप्र के शिवपुरी में पुलिस से भिडे किसान
ग्वालियर चंबल संभाग में बंद का असर दिखा मुख्य बाजार बंद रहे तो वहीं गली-मोहल्लों में भी सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि आॅटो-टैंपों चलते रहे जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कत कम हुई। डबरा इलाके मे एक बाइक रैली निकाली गई थी, जिसनें बाजार बंद कराया. इसके बाद यहां कांग्रेस और भीम आर्मी के सदस्यों ने अग्रंसेन चौराहे पर पीएम नरेन्द्र मोदी को पुतला फूंका तो पुलिस ने भीड को तिरर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। वहीं शिवपुरी में पुलिस से किसान संघ के पदाधिकारियों में जमके झडप हुआ, श्योपुर में किसानों के समर्थन में व्यापारियों ने बंद रखा। सूत्रों के मुताबिक ग्वालियर में नरेन्द्र सिंह तोमर के घर के बाहर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की जहां पुलिस मौके में पहुंच आप के 20 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। भारत बंद में कांग्रेस, आप, टीएमसी सहित 24 पार्टी किसान आंदोलन के समर्थन में उतर आई हैं। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने स्टेटमेंट में कहा कि इस आंदोलन का मोर्चा कांग्रेस संभाल रही है, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारी पुलिस बल तैनात किया तो वहीं मप्र के सीएम शिवराज ने भी राजधानी में 3500 से अधिक पुलिस बल शहर में तैनात किए थे।
आपको बता दें कि राज्यों सहित शहरों तक जैसे दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद, मधुरा व जम्मू में भी भारत बंद का असर दिखा है।
गौरतलब है कि तीनों नए कृषि कानून के विरोध में किसान पिछले 13 दिनों से दिल्ली की सीमाओं में डटे हुए हैं। किसान व संगठनों का कहना है कि जब तक केन्द्र सरकार नए कृषि कानून वापस नहीं ले लेती. तब तक हम दिल्ली का द्वार नहीं छोडेगे। और जो नए कृषि कानून में कुछ संसोधन की बात केन्द्र सरकार रही है उससे हम संतुष्ट नहीं है। किसानों का कहना है कि सरकार अपने तीनों नए कृषि कानून वापस ले हम आंदोलन बंद कर सब अपने अपने राज्य, शहर को चले जाएंगे।
किसानों के समर्थन में 24 राजनीतिक दल सहित 10 टेªड यूनियन शामिल हैं. भाजपा शासित राज्यों में तों बंद असर नहीं दिखा पर कुछ छोटे व बड़ो शहरों में असर दिखाई दिया है।