कोरोना महामारी में परेशान फालेन आउट अतिथि विद्वान, आर्थिक संकट की पड़ रही मार, सरकार का नहीं कोई भी ध्यान
कोरोना महामारी में परेशान फालेन आउट अतिथि विद्वान, आर्थिक संकट की पड़ रही मार
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- पूरे मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. मध्य प्रदेश के लगभग सभी बड़े जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया. बताते चलें कि अब तक आदमी प्रदेश यानी 27 जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है.
इस बीच जनता बेहद परेशान है. फॉलेन आउट अतिथि विद्वान बीते डेढ़ साल से ज्यादा समय से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. कमलनाथ की सरकार के दौरान उन्हें सेवा से बाहर कर दिया गया था जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने उनके धरना स्थल पर जाकर बड़े-बड़े वादे किए पर अभी तक उनकी सेवा में बहाली नहीं हुई इस कोरोना महामारी में उनके पास आए ऐसा कोई जरिया नहीं है आर्थिक स्थिति बेहद बुरी हो चुकी है. कई अतिथि विद्वान तो ऐसे हैं जिन्हें दोनों टाइम का भोजन तक नसीब नहीं हो रहा.
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष सुरजीत भदौरिया ने कहा कि कई फालन आउट अतिथि विद्वान हर रोज आत्महत्या करने की बातें करते हैं. समझाइश दे दे कर हमने उन्हें रोक रखा है. परिस्थिति बद से बदतर होती जा रही है. बच्चों की फीस नहीं जमा कर पाने की वजह से स्कूल द्वारा नाम काट दिया जा रहा है. हाल ही में एक और अतिथि विद्वान की आर्थिक संकट की वजह से मौत हो गई.
सुरजीत भदौरिया ने बताया कि फॉलन आउट अतिथि विद्वान अब इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे हैं.क्योंकि उनके पास दो वक्त का भोजन जुटा पाने की स्थिति नहीं है. आधे प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है.
स्थिति भयावह होती जा रही है, और इनकी तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा.
जाने आने वाले समय में अतिथि विद्वानों की और कितनी दुर्दशा लिखी हुई है.