अंजड : विगत 22 दिनों से अपनी ही परिषद के खिलाफ 36 बिंदुओं की शिकायत को लेकर धरने पर बैठे
विगत 22 दिनों से अपनी ही परिषद के खिलाफ 36 बिंदुओं की शिकायत को लेकर धरने पर बैठे पार्षदों की शिकायतों की जांच हेतु गठित जांच दल नियत समय से 16 दिनों बाद बुधवार को अंजड पहुचा। अंजड से हेमंत नागझिरिया की रिपोर्ट : – संभागीय कार्यालय इंदौर से नगर परिषद के दो पार्षद एवं 2 पार्षद प्रतिनिधियों की शिकायत पर दिनांक 05 अक्टूबर को बनाई गई पांच सदस्यीय जांच दल अंजड पहुचा। जांच अधिकारी के रूप में उमाशंकर श्रीवास्तव कार्यपालन यंत्री, प्रमोद कुमार जैंन वरिष्ठ उपयंत्री, श्रीकांत गीते वरिष्ठ उपयंत्री एवं हजारीलाल वर्मा वरिष्ठ उपयंत्री आये, जबकि जांच दल के एक सदस्य अजय सिंह चौहान सहायक संचालक नहीं पहुंचे थे। पार्षदों द्वारा अपनी शिकायत में 36 बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट संयुक्त संचालक अभय राजनगांवकर को सौंपेगे।
नगरीय प्रशासन एवं विकास इंदौर संभाग द्वारा पत्र क्रंमाक 2493 दिनांक 05 अक्टूबर को जारी कर सात दिवस में जांच दल द्वारा धरने पर बैठे पार्षदों द्वारा की गई शिकायतों की जाँच कर प्रतिवेदन 7 दिवस में प्रस्तुत करने की बात लिखी गई थी, लेकिन जांच दल आदेश मिलने के 16 दिनों बाद जांच करने अधुरा दल अंजड पहुंचा, जो कई शंकाओं को जन्म दे रहा है। जांच करने पहुंचे दल के प्रमुख सदस्य प्रमोद जैन से जब मीडिया ने इस बाबद चर्चा करनी चाही तो उन्होंने रूखे भाव से बात करने से ही मना कर दिया। दूसरी ओर धरना स्थल पर बैठे पार्षदों से चर्चा के दौरान दल के सदस्यों ने बिना कोई तोडफोड किये जो निर्माण जिस स्थिति में हैं, उसी की जांच करने की बात कही। इस पर पार्षद कुलदीप पाटीदार ने निर्माण के दौरान हुई तकनीकी खामियों के फोटोग्राफ बताते हुए वास्तविक जांच करने की बात कही।
इंदौर से पहुचे जांच दल ने पहले मेन रोड का पुल निर्माण का निरीक्षण किया, इसके बाद आनंद भवन, सराफा बाजार एवं मुक्तिधाम,दशहरा मैदान के सामने मार्ग निर्माण पैवर व पहाड़ी पर किये गए पौधारोपण आदि की जांच कर पार्षदों की शिकायतों का जायजा लिया। शिकायतकर्ता पार्षद कुलदीप पाटीदार, शरद ठाकुर, पार्षद प्रतिनिधि राकेश पाटीदार, अतुल पाटीदार सहित अनेक नगरवासी साथ थे।
मीडिया से किया अभद्र व्यवहार:- जांच दल में शामिल वरिष्ठ सदस्य प्रमोद कुमार जैन, वरिष्ठ उपयंत्री ने मीडियाकर्मियों को फोटो खीचने एवं वीडियों बनाने से रोका तथा दल के सदस्यों ने इलेक्ट्रानिक मीडिया को अपना वर्जन देने से भी मना कर दिया। इस दौरान सीएमओ मयाराम सोलंकी एवं नगर परिषद के इंजीनियर सहित अन्य मूकदर्शक बन जांच दल की तानाशाही देखते रहे, वहीं देरशाम सीएमओ मयाराम सोलंकी के आग्रह पर दो पार्षदों व दो पार्षद प्रतिनीधियों द्वारा उनकी मांग अनुसार जांच शुरू होने तक दिया जाने वाला धरना समाप्त किया गया
सीएमओ मयाराम सोलंकी ने बताया कि पार्षदों द्वारा शिकायत करने की जांच करने के लिए इंदौर वरिष्ठ कार्यालय से चार सदस्यों का एक दल आज आया था उनके साथ जाकर मौका मुआयना करवाया गया है, मुल दस्तावेज लेकर जांच दल वापस इंदौर लौट गया है।