काली कमाई का कमाल :सैलरी 35 हजार और बंगला करोड़पतियों की तरह।

झाबुआ/शुभम शुक्ला: सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार आम है,फिर भी यह एक सीमा में बंधा होता है लेकिन कई सरकारी कर्मचारी उस सीमा को भी पार कर जाते हैं और इसका खुलासा होता जब  छापा पड़ता है। झाबुआ में भी कुछ ऐसा ही हुआ,झाबुआ के देवझिरी में सेवा सहकारी समिति प्रबन्धक की जीवन शैली देखकर हर कोई चौंक गया। समिति प्रबन्धक भारत सिंह हांडा ने अपने 25 साल की नौकरी में अथाह सम्पति बना ली इसका खुलासा तब हुआ जब लोकायुक्त की टीम ने उसके घर पर दबिश दी।

कमाई मात्र चवन्नी और संपत्ति रुपैया

भारत सिंह हांडा की कमाई 35 हजार रुपए प्रति महीने है लेकिन उसके घर से करीब सवा करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति का खुलासा हो चुका है।

लोकायुक्त की टीम ने भारत सिंह हांडा के घर में गुरुवार सुबह करीब 6 बजे दबिश दी इस दौरान उसकी पत्नी ममता श्रीवास्तव हांडा और उसका बेटा घर मे मौजूद थे। लोकायुक्त ने भारत के 3 घरों रतलाम झबुआ और रंभापुर में छापा मारा। भारत सिंह मूलतः मालदोटी गाँव का रहने वाला है। लोकायुक्त की कार्यवाही के दौरान शाम तक-4 मकान,50 तोला से अधिक सोना,चांदी के वर्तन, 2 प्लाट,2 कार,20 लाख रुपये नगद और अन्य  सामान समेत करीबन सवा करोड़ की सम्पत्ति का खुलासा हुआ।

फिलहाल भारत सिंह लापता

1997 में सेल्समैन के पद पर भर्ती हुआ भारत सिंह 2014 में सहायक प्रबन्धक बना और 2017 में उसे प्रबन्धक बनाया गया। लोकायुक्त की कार्यवाही के बाद से भारत सिंह हांडा लापता है। पुलिसकर्मियों सहित लोकायुक्त की टीम तक ने उसे कॉल किया लेकिन वह घर नहीं आया।

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