"विदेशी" नहीं "देसी" शराब के मुरीद हैं हम !
शराब पीकर सड़क पर हंगामा करना बेहद आम सी बात है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में शराब पीने वाला हर चौथा आदमी शराब पीकर आपस में लड़ाई झगड़ा करते हैं।इतना ही नहीं शराब पीने वाला हर दूसरा भारतीय एक मौके पर कम से कम 4 ड्रिंक तो जरूर लेता है। बीयर पीने वालों की तादाद 21 प्रतिशत है। जिनमे से 12 प्रतिशत लोगो को ठंडी और स्ट्रांग बियर पसंद है ,वही 9 प्रतिशत लोगो को नार्मल और स्मूथ बियर पसंद है। भारत में 'देसी शराब' और IMFL (भारत में बनने वाली विदेशी शराब) की खपत सबसे अधिक होती है।
इस तरह के व्यवहार को “हैवी एपिसोडिक ड्रिंकिंग ” यानि कि बहुत ज्यादा शराब सेवन करने वाला माना जाता है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि भारत में अल्कोहल का सेवन करने वाले 43% लोग इस कैटेगरी में आते हैं।
भारतीय आबादी का कुल 14.7% लोग शराब पीते हैं। शराब पीने वालों की उम्र 10 से 75 साल के बीच है।वहीँ कुल आबादी की बात की जाए तो 16 करोड़ लोग अल्कोहलिक है।