जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, गंगा किनारे मिली बक्से में बंद 21 दिन की बच्ची, जन्मकुंडली की साथ
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, गंगा किनारे मिली बक्से में बंद 21 दिन की बच्ची, जन्मकुंडली की साथ
कहते हैं कि अगर भगवान जिस को बचाना चाहते हैं उसे काल भी नहीं मार सकता है.
आज गाजीपुर में गंगा नदी में एक बक्से में 21 दिन की मासूम बच्ची मिली.
बताते चलें कि गंगा नदी में नाव एक को उतराता हुआ एक बक्सा दिखाई दिया जब उन्होंने उस बक्से को खोला तो उसमें चुनरी में लिपटी हुई एक मासूम बच्ची मिली. बच्ची के साथ उसकी जन्मकुंडली भी रखी हुई थी. भक्ति में मां दुर्गा की फोटो और कई देवी-देवताओं की फोटो लगी हुई थी. नाविक ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को आशा ज्योति केंद्र में पहुंचाया. बताते चलें की बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है.
यह पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के ददरी घाट का है. गुल्लू चौधरी मल्लाह को मंगलवार को एक बॉक्स मिला. बॉक्स के अंदर से रोने की आवाज आ रही थी मल्लाह को देखकर और भी आसपास के लोग जुट गए. जब बक्से को खोला तो अब आकर है उसमें बहुत छोटी सी बच्ची चुनरी में लिपटी हुई थी.
नाविक गुल्लू बच्ची को अपने साथ रखना चाहता था पर पुलिस उसे आशा ज्योति केंद्र लेकर उसके परिजनों की तलाश की जा रही है और यह बात भी कही जा रही है कि किसी अंधविश्वास में बच्चे को इस तरह से छोड़ दिया गया है. कुंडली में बच्ची का नाम गंगा रखा गया है. और उसकी उम्र की तारीख 25 मई लिखी हुई है. इस तरह से बच्चे की उम्र कुल 21 दिन है.