मुरैना में बाढ़ से हालात बेकाबू, CM ने चंबल क्षेत्र के तीनों कलेक्टरों को दिए ये निर्देश
भोपाल : मध्यप्रदेश के मुरैना, भिंड और श्योपुर के 100 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिलों में हुई भारी बारिश के कारण यहां हालात बेकाबू हो गए है। इन गांव में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है, और उनको सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि कई गांवों में बिजली नहीं है। पीने का पानी का संकट है। घर में बचे राशन और नदी के पानी से ही लोग काम चला रहे हैं। चारों तरफ चंबल नदी का पानी ही पानी नजर आ रहा है। गांवों का शहरों से संपर्क टूट गया है।
वहीं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी इन हालातों पर नज़र बनाए हुए है। वो लगातार रेस्क्यू टीम के साथ साथ जिला प्रशासन के सीधे संपर्क में हैं। सीएम ने बताया कि जिलों में तीन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हैं। आपदा दल भी निरंतर कार्य कर रहे हैं।
इसके अलावा सीएम शिवराज ने चंबल क्षेत्र के तीनों कलेक्टरों को भोजन और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने अपने निर्देश में कहा कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति बहाल करना और राहत शिवरों में लगातार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। जब तक कि घर रहने लायक नहीं हो जाते है चाय-पानी, भोजन का इंतजाम शिवरों में जारी रहेगा। बाढ़ का पानी उतरने के बाद हम दवाईयों का छिड़काव करेंगे ताकि बीमारी न फैले। इस दौरान सीएम ने कमिश्नर ग्वालियर से भी बाढ़ राहत कार्यों में समन्वय की जानकारी प्राप्त की।
वहीं, रेस्क्यू कर बाहर निकाले गए ग्रामीणों ने बताया कि अगर रात में उन लोगों को डोंगी या हेलीकॉप्टर से शिफ्ट नहीं किया गया तो कई लोग बेमौत मारे जाते।