निकाय चुनाव : ग्वालियर सहित इन सीटों पर फंसा कांग्रेस का पेंच, कमलनाथ लेंगे फ़ैसला
भोपाल : मध्य प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी की धार तेज कर दी है। कांग्रेस ने भले ही 16 नगर निगमों में से 8 पर अपने उम्मीदवार तय कर लिए हो, लेकिन बची 8 नगर निगमों में पेंच फंसता हुआ नज़र आ रहा है। पहला विवाद मध्यप्रदेश के ग्वालियर से सामने आया है।
कांग्रेस ने ग्वालियर में विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार को महापौर पद का चुनाव लड़ाने का मन बनाया था लेकिन एक राय नहीं बन पा रही है। इसके बाद जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पत्नी रीमा का नाम आगे कर दिया है।
बताया जा रहा है कि देवेंद्र शर्मा ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में पदाधिकारियों से मुलाकात कर पत्नी को ही टिकट देने के लिए ताल ठोंक दी है। ग्वालियर नगर निगम के लिए प्रभारी बनाए गए पूर्व मंत्री मुकेश नायक कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य बनाने की कोशिश में जुटे हैं।
वहीं, अब इस पर फैसला पीसीसी चीफ कमलनाथ खुद करेंगे। संभावना है कि कांग्रेस 9 जून को देर शाम सभी महापौर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर देगी।
इन सीटों पर भी फंसा पेंच
- खंडवा (ओबीसी महिला) लक्ष्मी यादव (खंडवा किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्याम यादव की पत्नी)
- मुरैना (एससी महिला) शारदा सोलंकी (पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी पत्नी)
- कटनी (अनारक्षित महिला) देर रात में तय होगा
- रतलाम (ओबीसी) राजीव रावत (संभावित)
- छिंदवाड़ा (एसटी) विधायक सुनील उईके (कमलनाथ समर्थक)
- सतना (ओबीसी) देर रात में तय होगा
- देवास (अनारक्षित महिला) श्वेता अग्रवाल (संभावित)
इधर, भोपाल से विभा पटेल, इंदौर से संजय शुक्ला, जबलपुर से जगत बहादुर सिंह, बुरहानपुर से गौरी दिनेश शर्मा, उज्जैन से महेश परमार, सागर से निधि जैन, रीवा से अजय मिश्रा, छिंदवाड़ा से सुनील उईके के नाम लगभग तय मानें जा रहे हैं।