दिल्ली की हुई "कीलबंदी", किसान करेंगे 6 फरवरी को चक्काजाम, नुकीले तारों की हुई फेंसिंग, जैसे वह किसान नही, आतंकवादी हों!
दिल्ली की हुई कीलबंदी, किसान करेंगे 6 फरवरी को चक्का जाम, नुकीले तारों की हुई फेंसिंग, जैसे वह किसान नही, आतंकवादी हों!
- दिल्ली के बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
- सरकार के अल्टीमेटम के बाद दिल्ली की कीलबंदी
- 6 फरवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग पर होगा चक्काजाम
नई दिल्ली/गरिमा श्रीवास्तव :- इस वक्त राजधानी दिल्ली का माहौल काफ़ी अलग है.कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन 26 नवम्बर से लगातार जारी है..इसी बीच गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में हिंसा हुईं. जिसके बाद अब पुलिस ने काफ़ी चौकसी बरती है.सरकार के अल्टीमेटम के बाद दिल्ली की कील बंदी कर दी गई है.जिस तरह से व्यवस्थाएं की गई है उसे देख कर लग रहा है जैसे वह किसान नहीं आतंकवादी हों.
अब आप समझिये कि ये कीलबंदी क्या होती है.दरअसल दिल्ली के बॉर्डर पर सुरक्षा के ऐसे कड़े इंतज़ाम सरकार ने किये हैं जैसे उनमे अब किसानों को लेकर भारी खौफ बन गया हों.
गाज़ीपुर और टीकरी बॉर्डर पर पुलिस ने सड़कों पर कील बिछा दी है.अब अगर किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में घुसने की कोशिश की तो कील से टायर पंचर हों जायेंगे. गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग के ऊपर कटीले तार लगा दिए गए हैं. टीकरी बॉर्डर पर बैरिकेडस के बीच में मिट्टी और कंकरीट डालकर इसे जाम किया गया है.ऐसी तैयारी इसलिए की गईं है क्योंकि किसानो ने 6 फरवरी को देश भर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम करने ऐलान किया है.जिसके बाद पुलिस अभी से हाई अलर्ट पर है. बंदोबस्त ऐसे किए जा रहे हैं जैसे वह किसान नहीं टेररिस्ट हो.
26 जनवरी को राजधानी दिल्ली में हुईं हिंसा जो कि बेहद अप्रत्याशित थी,उसके बाद अब दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है.. यहां पर three-layers की बैरिकेडिंग की गई है.नुकीले तारों की फेंसिंग काफ़ी लम्बे दायरे में की गईं है.
यह फेंसिंग इसलिए की गई है क्योंकि 26 जनवरी को हुए हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के लगाए हुए बैरिकेडस को अपने बल प्रदर्शन के जरिए किनारे कर दिया था और वह लाल किले तक पहुंच गए थे.इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने यह बात भी कही थी कि 1 फरवरी को संसद तक मार्च करेंगे हालांकि इसे कैंसिल कर दिया गया पर कल ही किसान नेताओं ने यह ऐलान किया है कि 6 फरवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया जाएगा.जिसके लिए पुलिस ने यह तैयारी की है.. दिल्ली पुलिस की तैयारी को देखते हुए विपक्ष ने सरकार को घेरा है.
आम आदमी पार्टी ने कहा कि जिस तरह से बैरिकेडिंग इस वक्त बॉर्डर पर की गई है उस तरह से बैरिकेडिंग अगर चीन बॉर्डर पर की जाती तो अरुणाचल प्रदेश में चीन अपना गांव नहीं बसाता. इसी तरह से कई और एक्टिविस्ट और विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है..6 फरवरी को लेकर पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है कि 26 जनवरी की तरह एक बार फिर से देश में शर्मसार करने वाली हिंसक घटना ना हो जाए.
पर सरकार किसानों की मांग पूरी करने को तैयार नहीं है. और वही किसानों का कहना है कि वह आंदोलन तभी खत्म करेंगे जब यह कृषि कानून खत्म होगा.
तो अब आने वाले दिन में यह देखना होगा कि दिल्ली और कितने हिंसा का शिकार हो रही है. क्योंकि दोनों ही पक्ष अपनी अपनी बातों पर अडिग हैं