Shaheen Bagh : दिल्ली विधानसभा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी शाहीन बाग़ पर साधी चुप्पी, चुनाव खत्म होने का करें इंतज़ार
Bhopal Desk, Gautam :- दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव का इंतज़ार तमाम पार्टियों के साथ शायद सुप्रीम कोर्ट को भी है। शाहीन बाग में चल रहे धरना प्रदर्शन को ख़त्म करने हेतु किसी ने एक याचिका दायर की थी। जिस पर दिल्ली चुनाव से ठीक एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा है कि अभी इंतज़ार कीजिये। अब सुप्रीम कोर्ट के इस बयान के क्या मतलब समझा जाए ये तो कोर्ट ही बता सकती है। पर फिलहाल तो यही समझ में आ रहा है कि अभी न तो भाजपा इस आंदोलन को खत्म करना चाहती है और नाही दूसरी राजनीतिक पार्टियां।
याचिकाकर्ता अमित साहनी इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट हाईकोर्ट में भी याचिका दायर कर शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग कर चुके हैं। हालांकि, कोर्ट ने बिना किसी औपचारिक आदेश के अधिकारियों से इस मामले को देखने के लिए कहा था। इसके बाद साहनी अपनी याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। पर यहाँ भी उनके हाथ लगी तो सिर्फ तारीख। शायद देश का सर्वोच्च न्यायालय भी इस मामले की गंभीरता को समझता है। इसलिए चुनाव से पहले इस मुद्दे को राजनीतिक पार्टियों के लिए ही छोड़ दिया गया है।
परेशान है रहवासी
साहनी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा कि दिल्ली-नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने वाले कालिंदी कुंज-मथुरा रोड क्षेत्र में ब्लॉकेड की वजह से स्थितियां बिगड़ रही हैं। इसकी वजह से डीएनडी फ्लाईओवर पर ट्रैफिक बढ़ रहा है। साहनी ने कहा कि शाहीन बाग के आसपास रहने वाले लोगों को सड़क बंद होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
CAA के खिलाफ डेढ़ महीने से चल रहा है धरना
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ ओखला के शाहीन बाग इलाके में 15 दिसंबर से महिलाओं और बच्चों समेत हजारों लोग धरने पर बैठे हैं। 2 फरवरी को पहली बार शाहीन बाग के धरनों के विरोध में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किए। इनकी मांग थी कि धरने पर बैठे लोगों ने नोएडा और कालिंदी कुंज को जोड़ने वाली सड़क पर कब्जा कर रखा है। इसकी वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।