छतरपुर। देशभर में प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई दिनों ने विवादों में घिरे बज्र आ रहे थे। जिसके बाद अब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जान से मारने की धमकी मिली है। जिसके बाद मध्यप्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में सुरक्षा व्यवस्था बड़ा दी गई है। साथ ही डॉग स्क्वायड की टीम लगातार पूरे कैंपस में लगातार सर्च कर रही है।
आपकोक बता दें कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। जिसके बाद SIT का गठन कर एडिशनल SP विक्रम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। जिनके साथ 25 लोगों की टीम लगातार आरोपी की तलाश और सुरक्षा में लगाई गई है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ के रायपुर में कथा कर रहे थे और उसके बाद अब वह अपने धाम बागेश्वर पहुंच गए हैं। उनके दर्शन के लिए भक्तों का जन सैलाब भारी संख्या में उमड़ रहा है।
कौन हैं बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ?
पं. धीरेंद्र का जन्म 1996 में छतरपुर जिले के गढ़गंज गांव में हुआ। पं. धीरेंद्र शास्त्री के पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और माता का नाम सरोज गर्ग है। धीरेंद्र के छोटे भाई शालिग्राम गर्गजी महाराज हैं। वह भी बालाजी के भक्त है। उनका पूरा परिवार गाड़ागंज में रहता है। पं. धीरेंद्र शास्त्री के दादा पं. भगवान दास गर्ग भी इस मंदिर के पुजारी थे। कहा जाता है कि जब वे छोटे थे तो परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि एक समय का भोजन ही मिल पाता था। धीरेंद्र शास्त्री ने कम उम्र से ही बालाजी बागेश्वर धाम में पूजा करना शुरू कर दिया था।
बागेश्वर धाम का इतिहास क्या है ?
छतरपुर में बागेश्वर धाम है। जहां बालाजी हनुमान जी का भव्य मंदिर है। प्रत्येक मंगलवार को बालाजी हनुमान जी के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ आकर दर्शन करते हैं। यह मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना बताया जाता है। 1989 में बागेश्वर धाम में एक विशाल महायज्ञ कराया गया। और 2012 में बागेश्वर धाम की सिद्ध पीठ पर श्रद्धालुओं की समस्याओं के निवारण के लिए दरबार का शुभारंभ हुआ। इसके बाद धीरे-धीरे बागेश्वर धाम में लोगों की समस्याओं का निवारण किया जाने लगा।