दोनों सदनों में अब नहीं किया जा सकेगा इन शब्दों का इस्तेमाल, होगी कार्यवाई….देखें पूरे लिस्ट

नई दिल्ली : संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में कई शब्दों का इस्तेमाल अब नहीं किया जाएगा। संसद में हो रहे हंगामे और चर्चा के दौरान इस शब्दों को असंसदीय करार कर दिया गया है। 50 पेज की रिपोर्ट में ऐसे कई शब्दों को शामिल किया गया है।

देखें वो शब्द जिन्हें नहीं किया जा सकता इस्तेमाल

भीख, बेवकूफ, काला दिन, छल, अपमान, लोलिपोप, बेगैरत, भक्षक, बाल बुद्धि संसद, फुलिश, चपरासी, कोयला चोर, चांडाल, क्रूर, चोर, दलाल, धोखेबाज, सांड, जुमलाजीवी, चीरहरण, चिलम पीना, चरस पीना, सफेद झूठ, झूठ, कोरा झूठ, विश्वासघात, भ्रष्टाचार में लिप्त, लात मारना, शकुनि, शर्मनाक, सीना जोरी, सेक्सुअल हैरेसमेंट, हड़पना, अपमान, हत्या, हत्यारा, काला सत्र, खरीद फरोख्त, निकम्मा, डंडा, डाका, दोहरा चरित्र, धज्जियां, बलात्कार, पिट्टू, धोखा, नंगा, अहंकार, अहम, कटमनी, करप्शन, काला बाजारी, गांजा पीना, गुंडों के अड्डे, दलाली, दोगली, जयचंद, चौकड़ी, गुरुचोर, गुल खिलाना, नौटंकी, खून से खेती, छल, दंगा, तानाशाही, दादागिरी, धोखा, पागलपन, मिर्ची लगना समेत कई शब्दों को असंसदीय घोषित कर दिए गए हैं।

बता दे कि असंसदीय शब्द 2021 के तहत ऐसे कई शब्दों और वाक्यों की एक लिस्ट तैयार की गई है, जिनका इस्तेमाल लोकसभा और राज्यसभा में करने से कार्यवाही की जाएगी।

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