MP: चुनावी माहौल में तेज हुई आंदोलन की आवाज: 3 सितंबर से पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों करेंगे अनिश्चितकालीन आंदोलन

भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनाव के नजदीक आते ही आंदोलन के शुर सुनाई देने लगते हैं। इसी बीच राजधानी भोपाल में पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोनल का फैसला लिया है। पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थी तीन सितंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। राजधानी भोपाल में करीब 3 हजार चयनित अभ्यर्थी शामिल होंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद ने पटवारी चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति के संबंध में सीएम शिवराज को पत्र लिखा है।

1 – उ.प्र. उपनिरीक्षक और म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के उदाहरण अनुसार जांच के साथ समानांतर रूप से नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जाए। यदि कोई दोषी पाया जाए तो उन्हें चिन्हित करके उन पर कार्यवाही की जाए और उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची में स्थान प्राप्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए। सभी नवनियुक्त अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लिया जाए जिसमें दोषी पाए जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही भुगतने की सहमति का प्रावधान हो।
2 – ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 और पटवारी भर्ती परीक्षा की नियम पुस्तिका के बिंदु 13(3) के अनुसार परिणाम के प्रकाशन से लेकर 90 दिनों की अवधि में नियुक्ति देने के प्रावधान पर विचार करते हुए सितंबर माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
3 – चयनित अभ्यर्थियों के कष्ट को समझते हुए 15 सितंबर तक सभी अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन करवा लिया जाए।

नेता प्रतिपक्ष ने CM को लिखा पत्र
मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। उन्होंने पटवारी भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी को जल्द नियुक्ति देने की मांग की है। गोविंद सिंह ने लिखा- प्रदेश में माह सितम्बर 2023 में पटवारी चयन परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों कि ग्रुप-2 सब ग्रुप- 4 पटवारी भर्ती परीक्षामें लगभग 8600 अभ्यर्थी चयनित होकर नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उक्त चयन परीक्षा में आपके द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाई जाकर 31 अगस्त 2023 तक रिर्पोट देने की बात कही थी। परन्तु 31 अगस्त तक रिपोर्ट न आने से सभी मेहनती चयनित छात्रों की नियुक्ति प्रक्रिया न होने से उनके परिवार काफी तनाव में है। कृपया ईमानदारी से चयनित अभ्यर्थियों की परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए भर्ती प्रक्रिया पर लगाई गई रोक को तुरन्त हटाकर चयनित अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लेकर नियुक्ति प्रक्रिया एवं जांच समान्तर रूप से जारी रखें। जिससे माह सितम्बर में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल सके। यदि उक्त भर्ती प्रक्रिया में कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर वैधानिक कार्यवाही की जावे एवं साथ ही यह भी ध्यान रखा जावे कि निर्दोष के साथ अन्याय न होने पाये।

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