प्रणय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट में नई शराब नीति पर मुहर लग गई है। जिसके चलते अब मध्यप्रदेश में शराब दुकान के अहाते बंद किये जायेंगे। अब कोई भी व्यक्ति अहाते पर बैठकर शराब नहीं पियेगा। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अहाते बंद करने की मांग उठाई थी। वहीं शैक्षणिक संस्थान और धार्मिक स्थलों से शराब दुकान 50 मीटर की जगह 100 मीटर दूर होंगी। साथ ही नई शराब नीति पर मुहर लगते ही प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। अहाते बंद करने पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा कि अहाते बन्द करने से कुछ नहीं होगा, पूर्ण शराबबंदी होना चाहिए। जब प्रदेश से शराबबंदी की मांग उठती है, शिवराज सिंह अहाते बन्द का झुनझुना पकड़ा देते है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी प्रदेश की जनता लगातार कई वर्षों से शराबबंदी की मांग कर रही है, सिर्फ अहाते बंद करने से कुछ नहीं होगा, जब जब प्रदेश में कोई शराबबंदी की मांग उठाता है उसे हर बार शिवराज सरकार अहाते बन्द करने का झुनझुना पकड़ा देती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी प्रदेश की जनता लगातार कई वर्षों से शराबबंदी की मांग कर रही है, सिर्फ अहाते बंद करने से कुछ नहीं होगा, जब जब प्रदेश में कोई शराबबंदी की मांग उठाता है उसे हर बार शिवराज सरकार अहाते बन्द करने का झुनझुना पकड़ा देती है ।#मप्र_मांगे_शराबबंदी@INCIndia @INCMP
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) February 20, 2023
बीजेपी का दावा
वहीं बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि सरकार की नई शराब नीति अभिनंदनीय और स्वागत योग्य है। इसका हर जगह इसका स्वागत हो रहा है। विपक्ष पहले भी चारों खाने चित्त था और अभी भी चित्त है। विपक्ष को सोच है ना समझ। किसी भी बात को लेकर या किसी भी मुद्दे को लेकर उनकी समझ विकसित हुई ही नहीं है। राज्य सरकार की नई नीति चाहे शराब की दुकान न खोलने को लेकर हो या धार्मिक जगहों के आस पास दुकानें न होने को लेकर हो। सरकार की नीति नशामुक्ति की ओर बढ़ रहे कदमों की है। सरकार के लिए हम इसको धन्यवाद करते हैं।