इंदौर। सनातन धर्म में भक्त भगवान को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय करते हैं। कोई भगवान की उपासना करते हुए व्रत रखता है तो कोई भगवान को मानाने के लिए कई तरह के जतन करता है। इसी कड़ी में कुछ भक्तों ने भगवान भोले नाथ को प्रसन्न करने के लिए 1500 किलोमीटर दौड़ते हुए कांवड़ लेकर उज्जैन पहुंचे। बता दें कि 20 अगस्त 200 कावड़ यात्री गंगोत्री से दौड़ते हुए 5 दिन में इंदौर पहुंचे। अब वह उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल का जल से अभिषेक करेंगे। वहीँ पूर्वी क्षेत्र के अरण्य धाम संत आश्रम पर आज उत्साह का माहौल बना हुआ है। आश्रम के महंत रामजी बाबा, कमलेश्वर सिंह सिसोदिया ने बताया कि 9 वीं डाक कांवड आज गंगोत्री से इंदौर पहुंची है। सीताराम नॉनस्टॉप जर्नी डार्क कांवड़ की खासियत यह है कि इसमें एक कांवड़ को बारी-बारी से कांवड़िया लेकर दौड़ते हैं जो दिन-रात जारी रहती है।
20 अगस्त को दोपहर 12 बजे गंगोत्री से देवी गंगा का जल लेकर भक्ति की अनोखी आराधना का क्रम शुरू हुआ था जो दिन रात अनवरत दौड़ते हुए आज उज्जैन पहुचेंगे। इंदौर भक्तों का जत्था मरी माता चौराहे से राजवाड़ा होते हुए मालवा मिल सयाजी चौराहा 78 स्कीम होते हुए अरण्य धाम आश्रम पर भगवान राम रामेश्वर का गंगाजल से अभिषेक किया जाएगा। इस नानस्टॉप जर्नी डाक कांवड़ में श्री सीताराम भक्त मंडल के 200 श्रद्धालु 14 अगस्त को वाहनों के जत्थे के साथ इंदौर से रवाना हुए थे, जो 19 अगस्त को गंगोत्री पहुंचे थे। 20 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में पूजन के बाद दौड़ती हुई कावड़ की शुरुआत है।