भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनाव के बहाने सभी नेता अपनी चुनावी रोटियों को सेकने में लगे हुए हैं। इससे आशा लगाए हुए अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर बीजेपी प्रदेश कार्यालय के धरना दे रहे थे। लेकिन उन्हें इस तरह बात मनवाना महंगा पड़ गया। और भोपाल पुलिस ने चयनित शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा शिक्षकों पर कार्रवाई की है। परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए बीजेपी प्रदेश कार्यलय में प्रदर्शन किया था। एमपी नगर पुलिस ने रास्ता रोकने की कोशिश की थी, इसके बाद भी बिना अनुमति प्रदर्शन किया गया था।
जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि सूचना मिलते ही भाजपा कार्यालय पहुंचे तो देखा कि कुछ लोग भाजपा कार्यालय के मेन गेट के सामने रास्ता रोक कर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। जिससे कार्यालय में आने जाने वालों को और अन्य रहवासियों को बाधा हो रही थी। जिसके बाद मौजूद पुलिस बल द्वारा भाजपा कार्यालय में तैनात कर्मचारियों को बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन कर रास्ता जाम करने के संबंध में मामला दर्ज किया है। बता दें कि, कल बीजेपी कार्यालय के गेट के सामने धरने पर बैठे चयनित शिक्षक के कारण दफ्तर का मेन गेट बंद किया गया था। वहीं भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद थे। लाभार्थियों ने आरोप लगाया था कि प्राथमिक शिक्षक के 7500 पदों पर नियुक्ति के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हुई। प्रथम काउंसलिंग जिलेवार आरक्षण के अनुसार ही पूरी की गई।