ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कल शाम अचानक मजिस्ट्रेट साहब चेकिंग करने पहुंच गए। जिसके चलते वहां हड़कंप मच गया। चेकिंग के दौरान भाजपा के पूर्व सभापति, महिला जिला अध्यक्ष और सिंधिया समर्थकों पर भी चलानी कार्रवाई की गई। खास बात ये रही कि ये चेकिंग अभियान महिला मजिस्ट्रेट और महिला पुलिस अधिकारियों ने चलाया। दरअसल, फूलबाग चौराहा पर मोबाइल कोर्ट लगाकर सख़्त वाहन चैकिंग अभियान चलाया गया। मजिस्ट्रेट की टीम ने ग्वालियर नगर निगम के पूर्व सभापति लाल जी जादौन और बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष नीलिमा शिंदे की कार को भी दस्तावेज न होने के चलते रोक ली। जिसके चलते उन्हें ऑटो से घर जाना पड़ा। सिंधिया के कट्टर समर्थक केसी राजपूत भी चालानी कार्रवाई से नहीं बच पाए। केसी राजपूत जिस गाड़ी से आए थे उस पर सिंधिया समर्थक की बड़ी नेमप्लेट तो लगी थी लेकिन कार में दस्तावेज ना होने के चलते मजिस्ट्रेट ने उसे रोक लिया और चालानी कार्रवाई की।
नेताओं ने मचाया बवाल
चेकिंग के दौरान तमिलनाड से आ रही राजीव गांधी ज्योति यात्रा की गाड़ियां भी मजिस्ट्रेट ने रोक ली। एक गाड़ी में जंपर लगे होने के चलते चालानी कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान नेताओं ने चेकिंग अभियान चला रहे पुलिसकर्मियों और मजिस्ट्रेट के साथ बहस करने की कोशिश की, हालांकि मामला बिगड़ते देख सब ने चालान कटवाया। महिला मजिस्ट्रेट ने अभियान के दौरान एसडीएम, नगर निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की गाड़ियों को भी रोककर उनके दस्तावेज चेक किए। मजिस्ट्रेट ने कहा कि सबके साथ नियमों के तहत कार्रवाई की गई है।