MP में सुरक्षित नहीं ‘खाकी’: पथराव में पुलिसकर्मी घायल: CM ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

इंदौर। जब रक्षा करने वालों को ही रक्षा की जरुरत पड़ने लगे तो हाल बद से बत्तर हो जाते हैं। इन दिनों कुछ ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश में बना हुआ हैं। जहाँ इंदौर जिले के महू में युवती की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस थाने पर पथराव कर दिया। पथराव में थाना प्रभारी सहित 6 पुलिस जवान घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ें और 25 से ज्यादा हवाई फायर किए। घटना को लेकर सीएम शिवराज ने संज्ञान लिया है। महू में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है।

ये था मामला
पूरा मामला महू के डोंगरगांव थाना क्षेत्र का है। जहां एक आदिवासी युवती की मौत पर जमकर बवाल हुआ। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव को थाने के बाहर रखकर चक्का जाम कर दिया था। वहीं परिजनों का आरोप है कि युवती के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई। हत्या करने वाला पाटीदार समाज का युवक है। जिसके खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही और उसे थाने में बैठा कर रखा है। भीड़ लगातार आरोपी को सौंपने की मांग कर रही थी। जिसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भीड़ को समझाने की कोशिश की कि वह कानून अपने हाथ में ना लें आरोपी को सजा कोर्ट देगी। लेकिन परिजन नहीं माने और लगातार प्रदर्शन करते रहे। 1 घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद जब परिजनों की कोई सुनवाई नहीं हुई तो परिजनों ने पुलिस थाने पर पथराव कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए और 25 से ज्यादा हवाई फायर किए बावजूद इसके स्थिति पुलिस के कंट्रोल में नहीं आई और भीड़ नें पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें थाना प्रभारी भरत सिंह और पांच अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चार थानों का पुलिस बल तैनात
घटना के दौरान ASP शशिकांत कनकने, SDM अक्षत जैन, तहसीलदार देर रात तक मौके पर मौजूद रहे, साथ ही महू, बडगोंदा सहित चार थानों का पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। इस दौरान ASP शशिकांत कनकने ने बताया कि पुलिस पर पथराव करने वाले लोगों को खदेड़ा है। इस दौरान 10 से ज्यादा आश्रु गैस के गोले छोड़े गए हैं। हवाई फायर भी किए हैं। मौके पर 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौजूद हैं। फिलहाल पूरी स्थिति पुलिस के कंट्रोल में है।

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