कन्हैया कुमार राजद्रोह केस: कुणाल कामरा ने यूं दिया रिएक्शन, सोशल मीडिया पर छाया उनका ये ट्वीट
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) पर राजद्रोह का केस चलाने की मंजूरी मिलने के बाद विपक्ष समेत बॉलीवुड जगत के कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं इस मामले में दी हैं। इसी कड़ी में अब एक नाम ओर जुड़ गया हैं। ये नाम कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) का हैं। जिन्होंने ट्वीट करते हुए दिल्ली पुलिस को अपने निशाने पर लिया हैं।
Delhi police ki custody mein agar Newton aajayee toh doo ghante baad kahega ki Gravity Modi ji ki discovery thi,
main toh bus thele par fruit chaat khaa raha tha… https://t.co/0XQC9E4fDq— Kunal Kamra (@kunalkamra88) February 29, 2020
कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) ने अपने ट्वीट में लिखा: “दिल्ली पुलिस की कस्टडी में अगर न्यूटन आ जाए तो दो घंटे बाद कहेंगे कि ग्रेविटी मोदी जी की खोज थी। मैं तो बस ठेले पर फ्रूट चाट खा रहा था… कुणाल कामरा (Kunal Kamra) ने ट्वीट कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के ट्वीट को रे ट्वीट करते हुए किया। बता दे कि कुणाल कामरा (Kunal Kamra) का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा हैं। साथ ही कुणाल कामरा (Kunal Kamra) के इस ट्वीट पर यूजर्स जमकर रिएक्शन दे रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Sarkar) ने जेएनयू के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) पर राजद्रोह का केस चलाने की मंजूरी दे दी। दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने केजरीवाल सरकार (Kejriwal Sarkar) से कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मांगी थी, जिसकी फाइल काफी समय से लटकी हुई थी। हाल ही में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल को फिर से निर्देश दिया था कि वो केजरीवाल सरकार (Kejriwal Sarkar) से मामले में अपना रुख साफ करने को कहे।
वहीं, राजद्रोह का केस चलाने की मंजूरी पर जेएनयू के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने भी ट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था की – दिल्ली सरकार को सेडिशन केस की परमिशन देने के लिए धन्यवाद। दिल्ली पुलिस और सरकारी वक़ीलों से आग्रह है कि इस केस को अब गंभीरता से लिया जाए, फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल हो और TV वाली ‘आपकी अदालत’ की जगह क़ानून की अदालत में न्याय सुनिश्चित किया जाए। सत्यमेव जयते।