प्रणय शर्मा/भोपाल। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी चुनाव के प्रचार-प्रसार में लगी हुई है। अब चुनाव के बीच एमपी में धर्मांतरण और लव जिहाद का मुद्दा काफी चर्चा मका विजय बना हुआ है। वहीं इस बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के जिहाद वाले ट्वीट ने मध्यप्रदेश की राजनीति का पारा गरमा दिया है।
जहां एक तरफ शिवराज सरकार मध्यप्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण और लव जिहाद के मामलों पर काफी आक्रमक हैं, तो वहीं दिग्विजय सिंह ने जिहाद को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने बकायदा जिहाद की परिभाषा बताई है। दरअसल एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जिहाद को प्रेम बताया है। उन्होंने कहा कि प्रयत्न करना नैतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए की जाने वाली ज़द्दोज़हद या संघर्ष जिहाद होता है। वहीं उन्होंने कथावाचकों को भी निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रवचन देने वाले बाबा फ्रॉड हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि “जिहाद एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है प्रयत्न करना नैतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए की जाने वाली ज़द्दोज़हद या संघर्ष, किसी जायज़ मांग के लिए भरपूर कोशिश करना या आंदोलन और जिसका मतलब मेहनत और मशक़्क़त करना भी है। क्या पढ़ाई व रोज़गार में मेहनत और मशक़्क़त करना भी जिहाद है?
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि क्या करें जब अनपढ़ लोग शक्तिशाली पदों पर पहुंच जाते हैं। फर्जी बाबा लोग सनातन धर्म पर प्रवचन करने लगते हैं तो क्या देश व सनातन धर्म विनाश की ओर नहीं जायेगा? उन्होंने कहा कि हर हिंदू धर्म के आयोजनों में क्या नारा लगता है ”धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो. इतने व्यापक सोच के हिंदू सनातन धर्म को कुछ लोग कितना संकुचित कर रहे हैं हमें दुख है।
हे प्रभु इन अज्ञानियों को सद्बुद्धि दें।
वही दिग्विजय सिंह की बात पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को सनातन धर्म और संतों का अपमान करने की आदत हो चुकी है। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा लव जिहाद को लेकर बेटियों को दिए गए संस्कार की बात तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले कांग्रेस के नेताओं को हजम न