ढीमरखेड़ा : न्याय न मिलने से परेशान बुजुर्ग ने दे डाली आत्मदाह की चेतावनी ,SP कलेक्टर को लिखित जानकारी देकर बताई अपनी पीड़ा
ढीमरखेड़ा : न्याय न मिलने से परेशान बुजुर्ग ने दे डाली आत्मदाह की चेतावनी ,SP कलेक्टर को लिखित जानकारी देकर बताई अपनी पीड़ा
- मकान निर्माण को लेकर गाँव का एक युवक मानसिक और आर्थिक रूप से कर रहा बुजुर्ग को परेशान
- छोटी सी दुकान के सहारे चल रहा था परिवार का पालन पोषण
- युवक आये दिन किसी ना किसी शासकीय भूमि पर कब्जा कर करवा रहा है निर्माण कार्य
द लोकनीति डेस्क ढीमरखेड़ा
अनूप दुबे की ख़ास रिपोर्ट
तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले बरेली रामपुर निवासी शिवभक्त गर्ग ने एसपी कलेक्टर को एसडीएम को लिखित शिकायत देकर न्याय ना मिलने के कारण आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़ित ने बताया कि गांव का ही रहने वाला युवक रंजीत पटेल अनावश्यक तरीके से मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर रहा है। बीते दिनों मकान निर्माण को लेकर युवक के द्वारा गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई और निर्माण कार्य को रोक दिया गया। निर्माणाधीन स्थल पर पूर्व से मेरी छोटी सी दुकान थी जिस दुकान के सहारे मेरे परिवार का पालन पोषण हो रहा था। निर्माण ना होने के कारण दुकान भी नहीं बन पा रही और युवक के द्वारा विवाद करने पर मानसिक व आर्थिक रूप से भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
एसपी कलेक्टर और एसडीएम को बुजुर्ग ने दी थी लिखित शिकायत : नहीं मिला न्याय
शिवभक्त गर्ग ने बताया कि उसने मामले को लेकर एसपी कलेक्टर और एसडीएम को लिखित शिकायत देकर मामले में न्याय करवा कर उचित कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन उचित न्याय ना मिलने पर निर्माण स्थल पर ही आत्मदाह करने को लेकर पूर्व में ही अधिकारियों को लिखित जानकारी दे दी है। वहीं युवक के मामले में ग्राम वासियों ने बताया कि आए दिन युवक किसी ना किसी शासकीय भूमि पर कब्जा कर निर्माण कार्य करवा रहा है।
ग्रामीणों का आरोप – युवक फ़र्जी डिग्री से कर रहा इलाज
युवक के द्वारा गांव में ही अस्थि रोग विशेषज्ञ की डिग्री बता कर दवाखाना खोलकर एक्सरे प्लास्टर और लोगों का इलाज भी कर रहा है। इस संबंध में पूर्व में भी अधिकारियों से शिकायत की गई है लेकिन राजनीति संरक्षण और अधिकारियों के द्वारा सांठगांठ के चलते युवक के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। वही इस संबंध में एसआई हरदयाल सिंह उद्दे ने बताया कि रविवार को पीड़ित पक्ष को थाने में बुलवाकर बयान लिए गए हैं। चूँकि मामला राजस्व से सम्बंधित होने के कारण तहसीलदार को जानकारी दी गई है।