बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ ही एमपी में भी बहुत ही धूमधाम के साथ छठ महापर्व मनाया गया है। राजधानी भोपाल, इंदौर, खरगोन, जबलपुर आदि शहरों में भी छठ महापर्व का उल्लास देखने को मिला। मिली जानकारी के अनुसार, इंदौर में बीते कुछ वर्षों से भव्य आयोजन हो रहे है।
छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ शुरू हुई। इसके अगले दिन यानी 18 नवम्बर को खरना पूजा का आयोजन हुआ। मिली जानकारी के अनुसार, इस पूजा में खरना का बहुत महत्व होता है। खरना में दिन भर व्रत के बाद व्रती रात को पूजा के बाद गुड़ से बनी खीर खाकर उसके बाद से 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू करते हैं। इसके बाद शाम को इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया गया
इंदौर में छठ का त्योहार बड़ी ही धूमधाम व उमंग और हर्षोल्लास से मनाया गया है। नहाय-खाय के साथ शुरू हुए इस पर्व के दूसरे दिन महाप्रसाद खरना बनता है। बता दें कि, खरना के दिन और इसके प्रसाद का काफी महत्व है। इस पर्व के बारे में भोजपुरी समाज के अध्यक्ष बटेश्वरनाथ सिंह ने बताया कि, नहाय खाय के साथ शुरू हुए छठ महोत्सव के दूसरे दिन खरना की परंपरा निभाई जाती है।