नई दिल्ली : लंबे समय से कांग्रेस से नाराज़ चल रहे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा। इस्तीफ़े में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर काफी बड़े आरोप भी लगाए।
वहीं, इस्तीफ़ा देने के बाद गुलाम नबी ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह जम्मू कश्मीर लौटेंगे और अपनी पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा “मैं जम्मू भी जाऊंगा, कश्मीर भी जाऊंगा। जम्मू कश्मीर में हम अपनी पार्टी बनाएंगे और इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर भी देखेंगे।
इसके अलावा एक इंटरव्यू के दौरान बीजेपी में जाने को लेकर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा “मेरे विरोधी पिछले 3 साल से कह रहे हैं कि मैं भाजपा में जा रहा हूं।
इससे पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा की, ‘भारत जोड़ी यात्रा शुरू करने से पहले नेतृत्व को कांग्रेस जोड़ो यात्रा करनी चाहिए थी। कांग्रेस पार्टी की स्थिति अब ऐसे बिंदु पर पहुंच गई है, जहां से वापसी करना नामुमकिन है। ‘पूरी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया एक दिखावा और छलावा है।
आजाद ने राहुल गांधी पर भी बड़े आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 2013 से पहले पार्टी में मौजूद पूरे सलाहकार तंत्र को ध्वस्त कर दिया। सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को किनारे लगा दिया और अनुभवहीन चापलूसों की नई मंडली ने पार्टी चलाना शुरू कर दिया। सोनिया गांधी सिर्फ एक नाममात्र की शख्सियत थीं, सभी महत्वपूर्ण निर्णय राहुल गांधी द्वारा लिए जा रहे थे, बल्कि इससे भी बदतर कहें तो उनके सुरक्षा कर्मियों और निजी सचिव निर्णय ले रहे थे।