भोपाल : मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” से पार्टी 2023 के चुनाव का शंखनाद करने जा रही है। वहीं, राहुल गांधी की इस यात्रा से पहले सियासत का दौर शुरू हो गया है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस यात्रा को लेकर तंज कसा है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा में इस यात्रा को लेकर कहा कि राहुल गांधी का यात्रा उनकी पश्चाताप यात्रा होगी। राहुल गांधी ने यह कहकर छल किया था कि 10 दिन में 2 लाख किसानों का कर्ज माफ कर देंगे और कहा था कि मुख्यमंत्री बदल देंगे। 15 महीने में भी किसानों का कर्ज माफ नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी के घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की थी। यह बहुत सारे सवाल उनकी इस पदयात्रा के साथ चलेंगे। जब राहुल गांधी 16 दिन तक रहेंगे, तब क्या पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष 16 घंटे और 16 दिन तक साथ चलेंगे। यह भी एक सवाल है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में करीब 400 किलोमीटर का मार्ग तय करेगी। राहुल गांधी 16 दिन मप्र मेें रहेंगे और 25 किलोमीटर प्रतिदिन पैदल चलेंगे।
यात्रा के दौरान राहुल के निमाड़ और मालवा में आदिवासी बहुल जिलों झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगाेन और धार में पहुंचने की संभावना है। इस दौरान भय, कट्टरता और पूर्वाग्रह की राजनीति, रोजी-रोटी छीनने वाले अर्थतंत्र, बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दाें पर जाेर रहेगा।
मिली जानकारी के अनुसार मप्र में यात्रा नवंबर में आना प्रस्तावित है। यह महाराष्ट्र से मप्र के बुरहानपुर जिले में प्रवेश करेगी। यहां से कुछ जिलों से होते हुए राजस्थान के कोटा जिले में जाएगी।
बता दे कि यात्रा मप्र के विधानसभा चुनाव के लिहाज से अहम मानी जा रही है। वहीं, मप्र में यात्रा का प्रभारी विधायक पीसी शर्मा और जीतू पटवारी को बनाया गया है।