शराबबंदी : फिर छलका उमा भारती का दर्द कहा, “मुझे अपने आप पर शर्म आ रही है”

मुझे अपने आप पर शर्म आ रही है

भोपाल : मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर अभियान छेड़ने वाली पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की दिग्गज नेत्री उमा भारती एक बार फिर सुर्खियों में है। उमा भारती ने फिर शराबबंदी को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने इस बार राजा राम की नगरी ओरछा में खुली शराब की दुकान को निशाना बनाया है।

उमा भारती ने ट्वीट करते हुए लिखा की – मुझे जानकारी हुई कि झांसी से ओरछा की तरफ आते हुए ओरछा के प्रमुख द्वार पर ही देशी एवं विदेशी शराब की बहुत बड़ी दुकान है, तो मैंने इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार रखने वाले सभी लोगों को तुरंत ही सूचना दे दी थी कि यह अनैतिक है एवं अधर्म है। मुझे आज तो एक और दुखद जानकारी हुई कि अयोध्या के बराबर पावन मानी जाने वाली ओरछा नगरी में जब रामनवमी पर दीपोत्सव हुआ, पांच लाख दिये जले, मुख्यमंत्री जी थे तथा मैं भी थी, तब भी यह शराब की दुकान उस पावन दिन पर भी खुली हुई थी।

उन्होंने लिखा की – आज जब मैंने कुछ लोगों से पूछा कि यह आपकी कैसी रामभक्ति है जिसमें राम नगरी के दरवाजे पर ही आते जाते पर्यटकों को शराब पीने का आव्हान किया जा रहा है तो मुझे जो जानकारी मिली वह दुखद है, कि हमारी विचारधारा से जुड़े हुए सभी संगठन के लोगों ने यहां इस दुकान को बंद करने के लिए धरने प्रदर्शन किए हैं फिर भी दुकान खुल गई रामनवमी पर भी खुली हुई थी, आज भी खुली हुई है मुझे अपने आप पर शर्म आ रही है। इसलिए पवित्र गौशाला की गाय का थोड़ा सा गोबर मैंने शराब की दुकान पर छिड़क दिया है, अब मैं कल भोपाल पहुंचकर इस विषय पर आप सब से संपर्क करूंगी।

उमा भारती ने आगे लिखा की – नगरीय निकायों तथा पंचायतों के चुनाव चल रहे हैं, मैं रामराजा सरकार से प्रार्थना करूंगी कि हमारी भाजपा की सब जगह प्रचंड जीत हो तथा मध्य प्रदेश से कांग्रेस का नामोनिशान भी मिट जाए। शराबबंदी राजनीतिक नहीं सामाजिक अभियान है। समाज की शक्ति और एकता से ही इसका समाधान होगा, किंतु ओरछा के दरवाजे पर रामराजा सरकार के दर्शन के लिए आते और जाते हुए यह शराब की दुकान हमारी रामभक्ति को चुनौती दे रही है।

बता दे कि ये पहला मौका नहीं है जब उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर इस तरह से ट्वीट करके ये बातें कहीं हो, वो पहले भी कई बार ट्वीट के माध्यम से शराबबंदी को लेकर अपनी बातें रख चुकी है।

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