धार : मध्यप्रदेश के धार ज़िले में कारम बांध लीकेज मामलें में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहले ही निर्माण से जुड़ी दो कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड कर चुके है। अब इसी मामलें में मुख्यमंत्री ने फिर बड़ा एक्शन लिया है।
सीएम ने निर्देश जारी करते हुए निर्माण में लापरवाही बरतने वाले 8 अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। जिसके तहत पी जोशी अधीक्षण यंत्री जल संसाधन, विजय कुमार जत्थाप उपयंत्री, अशोक कुमार उपयंत्री, दशाबंता सिसोदिया उपयंत्री, आरके श्रीवास्तव उपयंत्री, सी एस घटोले मुख्य अभियंता, बीएल निनामा कार्यपालन यंत्री और वकार अहमद सिद्धकी एसडीओ को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं, CM शिवराज के इस एक्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए बड़े आरोप लगाए है।
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा की – धार के कारम डैम मामले में कुछ छोटे अधिकारियों पर मात्र निलंबन की कार्यवाही कर, वास्तविक दोषियों को बचाने का काम किया जा रहा है। हमने पहले ही चेता दिया था कि सरकार ने जाँच समिति बनाकर इस मामले में लीपा पोती का काम शुरू कर दिया है, वास्तविक दोषियों व ज़िम्मेदारों को बचाने का खेल खेला जा रहा है और वही हुआ।
कमलनाथ ने लिखा की – जिस बांध निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के कारण हज़ारों लोगों की जान संकट में आ गयी, लोगों के घर-खेत बर्बाद हो गये, हज़ारों लोग लोग बेघर हो गये, सरकारी ख़ज़ाने को करोड़ों का नुक़सान हुआ, उसके वास्तविक दोषियों, ज़िम्मेदारों पर तो आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिये, उन्हें तो कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिये। लेकिन सरकार के इस निर्णय ने बता दिया है कि भ्रष्टाचार को सरकार का संरक्षण प्राप्त है और वास्तविक दोषियों का कुछ होने वाला नहीं है।