ग्वालियर : ग्वालियर नगर निगम में सभापति किस पार्टी का होगा ये कहना अभी मुश्किल है लेकिन भाजपा और कांग्रेस में जोर आजमाइश जारी है। ग्वालियर नगर निगम महापौर की कुर्सी पर 57 साल से काबिज भाजपा को हटाने वाली कांग्रेस अब नगर निगम में अपना सभापति बनाने की हरसंभव कोशिश कर रही है।
बता दे कि भाजपा के पास 34 पार्षद हैं और लेकिन ऊर्जा मंत्री ने कांग्रेस समर्थित पार्षद दीपक मांझी को पार्टी में शामिल कर संख्या को 35 कर दिया है। वहीं, कांग्रेस के 25 पार्षद जीतकर आए उसने 4 निर्दलीय पार्षदों को पार्टी में शामिल कर संख्या को 29 कर लिया। कांग्रेस का दावा है कि बीएसपी का पार्षद भी कांग्रेस के समर्थन में हैं।
इधर, 35 पार्षदों हरियाणा के रेवाड़ी स्थित हंस रिसोर्ट में रुके हुए है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी उनके साथ रुके हुए है। जबकि, दूसरी तरफ भाजपा की रणनीति से घबराई कांग्रेस (Congress) बुधवार को 29 पार्षदों को लेकर धार्मिक यात्रा पर निकल गई। समझा जा सकता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को क्रॉस वोटिंग का कितना डर सता रहा है।
भाजपा नेताओं के एक्शन को देखकर अब तक कॉन्फिडेंस में दिख रही कांग्रेस भी सहम गई। कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार, जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा, वरिष्ठ नेता अशोक सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने गुपचुप मंत्रणा की और आज बुधवार को 29 पार्षदों को लेकर धार्मिक यात्रा का टूर बना लिया। हालांकि, कांग्रेस नेताओं का कहना है की ये कार्यक्रम हमारा पहले से ही तय था। हमें किसी भी तरह का क्रॉस वोटिंग का डर नहीं है, ये डर तो भाजपा को है इसिलए वो इतनी दूर भाग गए।