भोपाल : सोमवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में राष्ट्रपति पद के चुनाव की दिनभर गहमागहमी रही। विधानसभा में सभी 230 विधायकों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया। विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार बीजेपी के 127, कांग्रेस के 96, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायकों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया।
लेकिन, इन सबके बीच कांग्रेस की अपने विधायकों को एकजुट रखने की कवायद को उस समय झटका लगा जब कांग्रेस के विधायक सचिन बिड़ला ने क्रॉस वोटिंग कर दी। वोटिंग के बाद कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं भाजपा में हूं। हम सब के लिए ऐतिहासिक तथा देश के सबसे गरीब वर्ग को मौका मिला है।
बता दे कि विधायक सचिन बिड़ला ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया।
हालांकि कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि सचिन बिड़ला को छोड़ बाकी सभी विधायकों ने पार्टी लाइन के तहत वोट डालने की खबर है। कांग्रेस का दावा है उसके 96 और दो निर्दलीय विधायकों ने यशवंत सिन्हा को वोट दिया।
वहीं, बीजेपी की तरफ से बताया जा रहा है कि 127 विधायकों के साथ निर्दलीय, सपा, बसपा और कांग्रेस के एक विधायक ने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट डाला।
गौरतलब है कि सचिन बिड़ला खंडवा लोकसभा उपचुनाव के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं। कांग्रेस के सदस्यता समाप्त करने के दो बार आवेदन दिए जाने के बाद अब तक बिड़ला की सदस्यता खत्म नहीं हुई है।