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स्मार्टफोन का ज़्यादा इस्तेमाल कही आपको बीमार तो नही बना रहा ?

 

ज्यादा इस्तेमाल से आँखे हो रही है कमज़ोर

  • बच्चे भी हो रहे है परेशान

  • स्मार्टफोन बना रहा है आपके दिमाग को धीमा ?

  • ज्यादा उपयोग से क्या कैंसर का भी बन सकता है खतरा ?

    हेल्थ बुलेटिन:- स्मार्टफोन वर्तमान युग का एक ऐसा आविष्कार बन चुका है, जिसका की आजकल प्रायः सभी उपयोग कर रहे है।

    क्या बच्चे, क्या बूढ़े सभी को इसने अपनी ख़ास चपेट में ले रखा है। इसका सबसे बड़ा कारण है इंटरनेट पर उपलब्ध कभी ना खत्म होने वाली किस्से,कहानिया,वीडियो,संगीत आदि अनेक अन्य जानकारियां।

    यही कारण है की आजकल सभी जानकारियों के लिए इंटरनेट को ही सहायक व कई मामले में तो इसे मार्गदर्शक भी माना जाने लगा है, इसका उपयोग आप अपने मोबाईल,लेपटॉप,टेबलेट आदि के ज़रिये करते है। इनमे से सबसे महत्वपूर्ण डिवाइस है स्मार्टफोन।
    यह जहां आपको जानकारियों को अपडेट रखने में मदद करता है तो वही इसका दूसरा पहलु यह भी है की कही इसका आवश्यकता से ज्यादा इस्तेमाल आपको बीमार तो नहीं बना रहा?

    आइए विस्तार से जानते है ज्यादा देर तक स्मार्टफोन के उपयोग करते रहने के दौरान होने वाले दुष्परिणाम:-

 

 

1) यदि आप स्मार्टफोन का लगातार उपयोग करते है तो आपको सरदर्द,सुस्ती, आलस्य,चक्कर जैसी कई परेशानियों से दो-चार हाथ करने पड़ सकते है।

2) गर्भावस्था के दौरान स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग बच्चे (भ्रूण) के दिमाग की ग्रोथ रेट को धीमा कर सकता हैं. या बच्चे में बच्चे में जन्म से ही परेशानी पैदा कर सकता हैं. इसके अलावा, मोबाइल फोन द्वारा निकलने वाला रेडिएशन गर्भपात और बच्चे में जन्म से ही आने वाली अन्य विसंगतियों की घटनाओं में भी बढ़ोतरी का कारण बन सकता है

 

 

3) एक स्टडी के मुताबिक, स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल लोगों को धीमा भी बना रहा है. सामान्य तौर पर जो लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते वो स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वालों की तुलना में 20 से 23 फीसदी तेज़ गति से किसी बात पर प्रतिक्रिया देते हैं।

4) कागज के पन्ने की तुलना में किसी डिजिटल स्क्रीन पर कुछ पढ़ने और ध्यान केंद्रित करने में आपको काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है, लगातार सोशल मीडिया पर बने रहने की आदत आपकी आँखों को धीरे-धीरे कमजोर करने लगती है. इसके ठीक विपरीत यदि आप किताब या अखबार पढ़ रहे होते हैं तो आपको इतनी समस्या का सामना नहीं पड़ेगा ।

 

5) एक रिसर्च में पाया गया कि टॉयलेट की सीट पर जमे बैक्टीरिया की तुलना में सेल फोन में 10 गुना अधिक बैक्टीरिया जमा होते है,इसमें
सबसे ज्यादा परेशानी का सामना बच्चों को करना पड़ता है।

6) कैंसर एक ऐसा शब्द है, जो पूरी जिंदगी को तबाह करने के लिए काफी है, विश्व स्वास्थ्य संगठन की कैंसर संस्था इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर की कई स्टडी में अलग-अलग रिजल्ट सामने आए हैं.

 

कुल मिलाकर वर्तमान समय में यदि मशीन ने इंसान के रोजमर्रा के जीवन के क्रियाकलापों को जहा आसान बनाने का कार्य किया है तो वही हमे भी यह बात सदा याद रखना होगी की मशीन का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल हमें बीमार भी बना सकता है।
यह हमारे स्वविवेक पर निर्भर करता है की हम मशीन पर कितने आत्मनिर्भर होते है अथवा नहीं।।

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